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सुनील छेत्री ने अचानक किया रिटायरमेंट का फैसला इस दिन लेंगे रिटायरमेंट ?

भारतीय फुटबॉल टीम के स्टार खिलाड़ी और कप्तान सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास का ऐलान किया है. कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर के बाद वह इंटरनेशनल फुटबॉल को हमेशा के अलविदा कह देंगे.

सुनील छेत्री ने गुरुवार (16 मई) को घोषणा की कि वह 6 जून को कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर के बाद इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्य ले लेंगे.

परिचय- सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को हुआ था इनका जन्म नेपाली माता-पिता के घर हुआ है इनका जन्म सिकंदराबाद आंध्र प्रदेश भारत में हुआ इनकी माता और दो बहने नेपाल की महिला टीम से फुटबॉल खेल चुकी हैं इसलिए उनकी रुचि बचपन से ही फुटबॉल खेलने में थी उनके पिता भारतीय सेना में थे |

अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर-

सुनील छेत्री के फुटबॉल करियर की शुरुआत 17 साल की उम्र में दिल्ली शहर में हुई जहां उनकी मुलाकात मोहन बागान से हुई और उन्होंने उनकी प्रतिभा को देखते हुए इन्हें टीम में शामिल कर लिया मौजूदा समय में सुनील छेत्री भारत के पेशेवर फुटबॉलर हैं जो एक स्ट्राइकर या विंगर के रूप में खेलते हैं और सुपर लीग के क्लब बेंगलुरू एफसी और भारतीय राष्ट्रीय टीम के कप्तान है सुनील छेत्री को दुनिया कैप्टन फैंटास्टिक के रूप में जानती है मौजूदा समय में सुनील छेत्री सबसे ज्यादा गोल लगाने वाले एक्टिव खिलाड़ियों में तीसरे नंबर पर आते हैं सुनील छेत्री ने भारत की जूनियर और सीनियर दोनों टीमों में खेलने का अवसर मिला। सुनील छेत्री ने अब तक अपने फुटबॉल करियर में365 मैच में 158 गोल किए हैं |

अवार्ड- सुनील छेत्री ने अपने अच्छे खेल और प्रतिभा के जरिए कई सारे पुरस्कार जीते हैं जिनमें सबसे ऊपर अर्जुन पुरस्कार आता है सुनील छेत्री ने अपने फुटबॉल करियर में तीन बार एइफा प्लेयर ऑफ़ ईयर का अवार्ड जीत चुके हैं

रिटायरमेंट वीडियो में सुनील छेत्री हुए भाभुक-

अपने रिटायरमेंट वीडियो वीडियो में सुनील छेत्री इमोशनल देखें इस दौरान उन्होंने अपने डेब्यू मैच को याद किया उन्होंने इस दौरान सुखी सर को याद किया जो उनके पहले इंटरनेशनल टीम के कोच थे सुनील छेत्री ने आगे कहा को सर ने मुझे मैच स्टार्ट होने से पहले कहा कि यहां से आपके एक नए जीवन की शुरुआत हो रही है

छेत्री ने आगे कहा कि यह दास्तान में बयां नहीं कर सकता हूं और उसमें मैंने अपने करियर का छेत्री ने आगे कहा कि यह दास्तान में बयां नहीं कर सकता हूं और मैंने उसे मैच में अपने इंटरनेशनल करियर का पहला गोल किया नेशनल फुटबॉल टीम की जर्सी पहन कर मुझे अंदर से आत्मविश्वास मिल रहा था उस दौरान होने वाली खुशी को मैं शेयर नहीं कर सकता।

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